महेश कश्यप बस्तर सांस्कृतिक सुरक्षा मंच के बैनर तले धर्मांतरण के विरुद्ध झंडा बुलंद किए हुए है
जगदलपुर /बीजापुर। बस्तर की दो लोकसभा सीटों में से एक पर होगा दिलचस्प मुकाबला, मोदी लहर में महेश की किस्मत चमकेगी या लखमा का लक साथ देगा, दोनों ही पार्टी के प्रत्याशी जनसंपर्क साधकर मतदाताओं को रिझाने में लगे हैं।
भारत निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव की तिथियां तय करने के बाद बीजेपी कांग्रेस एवं अन्य पार्टियों द्वारा एक-एक कर अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है हालांकि बस्तर की सीटों पर कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नाम की घोषणा करने में विलम्ब किया, क्योंकि कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में सु मार कवासी लखमा अपनी बेटे हरीश कवासी लखमा जो वर्तमान सुकमा जिला पंचायत अध्यक्ष है को टिकट दिलाने के लिए दिल्ली में डेरा जमाए हुए थे, लेकिन पार्टी हाई कमान को कुछ और ही मंजूर था काफी मंथन करने के बाद उन्होंने बेटे को टिकट ना देकर बाप पर भरोसा जताया है और दीपक बैज का टिकट काट कर विधायक कवासी लखमा को जगदलपुर दंतेवाड़ा लोकसभा से मैदान में उतारा।
इस बार लोकसभा चुनाव में बस्तर लोकसभा की एक सीट पर दिलचस्प मुकाबला होगा, भाजपा प्रत्याशी महेश कश्यप मोदी की लहर में अपनी नैया पार लगा पाएंगे? या लखमा की लोकप्रियता के आगे फीके पड़ जायेंगे, यह कहना इसलिए पढ़ रहा है बस्तर की राजनीति से प्रभाव जमा चुके महेंद्र कर्मा के शहीद होने के बाद अगर कोई नेता की राजनीति चमकी है तो वह कवासी लखमा है ।लोगों के जेहन में लखमा अपनी एक अमिट छाप छोड़ रखा है। आम नागरिको के साथ बाजार में बैठकर ताड़ी, लंदा पीना, इनकी बेबाक अंदाज औऱ जादुई जुमले का हर कोई कायल है, इनका यह अंदाज जनसंपर्क के दौरान नज़र आ रहा है। नक्सल प्रभावित क्षेत्र कोंटा विधानसभा से 6 बार अपनी जीत का परचम लगराते हुए अपनी और कांग्रेस का किला मजबूत किया है जिसे अब ढहाना मुश्किल जान पड़ रहा है ।नारायणपुर, कोंडागांव, जगदलपुर, दंतेवाड़ा, सुकमा, कोंटा बीजापुर गीदम, भैरमगढ़, में इनकी जमीनी स्तर पर पकड़ मजबूत है। ऐसे में भाजपा प्रत्याशी महेश कश्यप के लिए जीत की राह आसान नहीं होंगी, अगर मोदी लहर में अपनी कश्ती को किनारा लगा दें तो यह अलग बात है, मगर बस्तर की राजनीति की आबो हवा की तासीर अलग है, जहां विधानसभा की पूरी 12 सीटें कांग्रेस के पास थी अब आधी भी ब मुश्किल रह गईं है अब. ऊंट किस करवंट बैठेगा कुछ नही कहा जा सकता मगर प्रारंभिक तौर पर पलड़ा श्री लखमा का भारी नज़र आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आज बस्तर में चुनावी सभा हो रही है इसका कितना असर पड़ेगा यह चुनाव के नतीजे से स्पष्ट हो जाएगा ।
लखमा का राजनीतिक सफर
लखमा का जन्म वर्ष 1953 में माड़िया जाति के सुकमा जिले के नागरास गांव में हुआ था
उनकी पत्नी का नाम कवासी बुधरी है। उनके दो बेटे और दो बेटियां हैं। एक बेटा युवा नेता है
लखमा ने वार्ड पंच से अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की,वर्ष 1995-96 में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सुकमा के अध्यक्ष रहे,साल 1998 में पहली बार कोंटा विधानसभा से विधायक चुने गये,इसके बाद 2003, 2008, 2013, 2018, 2023 में विधायक बने
वे भूपेश बघेल सरकार में आबकारी और उद्योग मंत्री रह चुके हैं, कोंटा से लगातार 6 बार के विधायक हैं
साल 2000 याचिका समिति प्रत्यायुक्त विधान समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य बने
साल 2002 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस आदिवासी प्रकोष्ठ दंतेवाड़ा जिला अध्यक्ष रहे
जिला सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक जगदलपुर के अध्यक्ष रहे
वर्ष 2004 में सरकारी उपक्रम संबंधी समिति, याचिका समिति छत्तीसगढ़ विधानसभा के सदस्य रहे।
भाजपा सांसद प्रत्याशी महेश कश्यप का जीवन परिचय…
महेश कश्यप को भाजपा ने बस्तर लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। लंबे समय से आरएसएस से जुड़े महेश कश्यप बस्तर सांस्कृतिक मंच के बैनर तले आदिवासियों के होने वाले धर्मांतरण के खिलाफ आवाज बुलंद किए हुए है। वे अपने गांव कलचा के सरपंच और बस्तर जिला सरपंच संघ के अध्यक्ष रहे हैं। उनकी पत्नी जगदलपुर जनपद पंचायत की सदस्य हैं।
नाम – महेश कश्यप
जन्मतिथि – 01/10/1975
शिक्षा – 10 वीं
पिता का नाम- श्री सुकरुराम कश्यप
माता का नाम- श्रीमती सुदरी बाई कश्यप
पत्नी का नाम श्रीमती चंपा कश्यप
जाति- भतरा अनुसूचित जनजाति वर्ग
ग्राम कुम्हरावंड (कलचा) पोष्ट माड़पाल
जिला- बस्तर पिन. 494001 मो. 94252-87755, मो. 70009-40005
1996 से 2001 तक जिला संयोजक बजरंगदल जिला- बस्तर ।
2001 से 2007 तक, जिला संगठन मंत्री विश्व हिन्दू परिषद बस्तर ।
2007-2008. विभाग संगठन मंत्री विश्व हिन्दू परिषद ।
2008-2009. प्रान्त सह संयोजक बजरंगदल छत्तीसगढ़ प्रान्त ।
2010-2012. प्रदेश कार्यकारणी सदस्य विश्व हिन्दू परिषद छतीसगढ़ प्रदेश. ।
युवा भारत अध्यक्ष पतंजलि योग समिति जगदलपुर जिला बस्तर ।.
3-6-2011 भ्रष्टाचार मिटाओ सत्याग्रह आंदोलन दिल्ली में भाग लिया ।
बजरंगदल सप्ताहिकमीलन प्रमुख छत्तीसगढ़ प्रांत।
2014-19 से सरपंच, सरपंच संग अध्यक्ष जिला बस्तर छत्तीसगढ़ सरपंच महासंग सहसंयोजक छत्तीसगढ़ प्रदेश, प्रभारी बस्तर संभाग ।
संभागीय सचिव भतरा समाज विकाश परिषद् बस्तर संभाग ।
23-11-2016 से संभागीय संयोजक बस्तर सांस्कृति सुरक्षा मंच बस्तर संम्भाग ।
सह-सचिव बस्तर जिला कबड्डी संग ।
सलाहकार समिति के सदस्य B.S.N.L I
पशुकल्याण अधिकारी स्यंम सेवी छत्तीसगढ़. राज्य गौ-सेवा आयोग जगदलपुर क्षेत्र ।
S.P.C.A कमेडी सह-सचिव जिला बस्तर ।
उपाध्यक्ष कबड्डी संघ जिला बस्तर।
प्रान्तीय उपाध्यक्ष विश्व हिन्दू परिषद ।
सर्व आदीवासी जिला कार्यकारिणी सदस्य ।
2021 से अध्यक्ष अनुचित जनजाति मोर्चा भाजपा जिला बस्तर ।
उपाध्यक्ष छ. ग. सर्व आदिवासी समाज
2017 से बस्तर सांस्कृतिक सुरक्षा मंच संभागीय संयोजक ।
महेश कश्यप बस्तर के आदिवासी नेता है। वे लंबे समय से आरएसएस से जुड़े हुए है। महेश कश्यप बस्तर सांस्कृतिक सुरक्षा मंच के बैनर तले धर्मांतरण के विरुद्ध झंडा बुलंद किए हुए है। उन्होंने बस्तर संभाग में आदिवासियों के धर्मांतरण के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा किया है। वे लगातार इस मुद्दे को लेकर मुखर है। धर्मांतरण के खिलाफ उन्होंने नारायणपुर से दंतेवाड़ा तक पदयात्रा निकाली है। महेश कश्यप की पत्नी जनपद पंचायत सदस्य है। महेश कश्यप पिछले दो विधानसभा चुनावों से बस्तर सीट से टिकट मांग रहे थे पर उन्हें सफलता नहीं मिली। इस बार बस्तर सीट से दिनेश कश्यप, महेश गागड़ा, ओजस्वी मंडावी, लता उसेंडी, सुभाऊ राम कश्यप ने टिकट के लिए दावेदारी की थी। पर सभी को दरकिनार कर महेश कश्यप पर पार्टी ने भरोसा जताया है।