बीजापुर। आकाशवाणी भवन दिल्ली के सेंट्रल हाल में नेमेड जिला बीजापुर, छत्तीसगढ़ निवासी डॉ0 ओमेश्वरी देवांगन को साहित्य के क्षेत्र में अनवरत कार्य करते हुए ग्यारह उपन्यास रचित करने के लिए, सुप्रसिद्ध अभिनेत्री पूनम ढिल्लन जी के द्वारा प्रदान किया गया, इस अवसर पर आर जे आरती मल्होत्रा, तिलक तनवर जी के अलावा देश के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए, विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित सामाजिक एवं साहित्यिक लोग उपस्थित रहें। ज्ञात हो कि इससे पूर्व भी ओमेश्वरी देवांगन बीजापुर ने साहित्य के क्षेत्र में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त किया है, जो कि बीजापुर जिला के लिए गर्व की बात है। साहित्य के क्षेत्र में कदम बढ़ाते हुए, ओमेश्वरी नूतन की अगली उपन्यास “मुखौटे” का विमोचन भी देश की राजधानी दिल्ली की ऐतिहासिक जगह, हिंदी भवन में अनेक प्रतिष्ठित साहित्यकारों एवं प्रकाशकों के बीच हुआ।
इस अवसर पर प्रतिभा जैसे अनेक समीक्षकों ने “मुखौटे” उपन्यास की समीक्षा करते हुए कहा कि दो महत्वपूर्ण विषय को एक ही कहानी में समेटने का कार्य ओमेश्वरी नूतन जैसी मंजी हुई उपन्यास कार ही कर सकती हैं, आद्रिका जी ने तो यह कह डाला कि इसे पढ़ते समय मैं स्वयं को बस्तर के जंगलों में पहुंच गई थी।