मरीजों के उपचार की जिम्मेदारी एक डॉक्टर के भरोसे
बीजापुर। डॉक्टर साहब प्रसव करा रहे है इसलिए ओपीडी में मरीजों को देखने वाला कोई नहीं है दो डॉक्टर है जो छुट्टी में चले गए है। एक ही वार्ड में महिला एवं पुरुष मरीजों को रखा जा रहा है अव्यवस्थाएं इस कदर चरम है की एक ही बिस्तर में दो मरीज है।
आवापल्ली ब्लाक अंतर्गत ग्राम बासागुडा में संचालित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार की इतनी दुर्दशा फैली हुई है जिसका अनुमान लगापाना मुश्किल है जहां केवल एक डॉक्टर ही नियुक्त है एक अन्य आयुर्वेद डॉक्टर की भी नियुक्ति है जो की छुट्टी में चले दिए। स्वदेश की टीम ने बीजापुर जिले के अंतर्गत संचालित सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में उपचार की बुनियादी सुविधाओं का अवलोकन करने पहुंची इसी दौरान बासागुडा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के ओपीडी में डॉक्टर से बीमारी का उपचार परामर्श लेने आये हुए मरीज कई घंटो से डॉक्टर के आने का इंतजार करते रहे थे डॉक्टर के नहीं होने का कारण पूछने पर कर्मचारियों ने बताया एक डॉक्टर है जो गर्भवती महिला का प्रसव करा रहे है उसके बाद ही ओपीडी में बैठेंगे बाक़ी अन्य डॉक्टर छुट्टी चल दिये है अंततः थक हार कर ओपीडी में उपचार करने आए हुए मरीजों को मजबूरन उल्टे पांव बगैर इलाज करवाये ही लौटना पड़ा।
अव्यवस्थाओं का यह हाल है जिम्मेदार डॉक्टर एक ही वार्ड में पुरुष एवं महिला मरीजों को भर्ती कर रहे हैं यही नही एक ही बिस्तर में दो मरीजों को सुलाया जा रहा है जिससे संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। ऐसा प्रतीत हो रहा है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर इलाज नहीं बीमारी फैला रहे है।
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वार्ड के दीवारो में गुटखा के पीके औऱ गंदगी साफ झलक रही है मानों कई महिनों से वार्ड की सफाई नहीं हुई है मरीजों को गंदे बिस्तरों में सुलाया जा रहा है कुछ मरीज रेगज़ीन वाले गद्दे में सोने मजबूर है सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों के लिए प्रसाधन तक उपलब्ध नहीं है जों मौजूद था वह रख रखा के आभाव में बर्बाद हो गया है। जबकि राज्य शासन साफ सफाई एवं मेंटेनेंस के नाम पर लाखों रुपए की अनुदान राशि देता है जिम्मेदार अधिकारियों की मानसिकता साफ है जिन्हें अस्पताल एवं मरीज से कोई सरोकार नहीं इन्हें केवल तनख्वाह औऱ कमीशन खोरी से मतलब है।
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ज्ञात हो की बीते 5 जुलाई को उच्च स्तरीय गुणवत्तायुक्त स्वास्थ्य सेवायें प्रदाय किए जाने पर आयुष्मान आरोग्य मंदिर एंगपल्ली एवं मुरदण्डा को शामिल किया । जिसमें 100 अंकों के मानक में आयुष्मान आरोग्य मंदिर एंगपल्ली ने 90.26 प्रतिशत एवं आयुष्मान आरोग्य मंदिर मुरदण्डा ने 85.69 प्रतिशत अंक अर्जित करने का स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ डॉ.बुधराम पुजारी अपनी पीठ थप थपवा चुके है लेकिन हकीकत यह है की जिले में कई ऐसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र है जहां उपचार एवं रख रखाव की स्थिति दोनों ही दयनीय है