जिला एवं मातृत्व शिशु अस्पताल में आधी दवाइयां खत्म,सूचना पटल में गलत जानकारी दर्ज 

क्या सिविल सर्जन जानबूझकर अनजान बनी है या स्टोर इंचार्ज अस्पताल में दवाइयों के नील होने की जानकरी देना जरूरी नहीं समझ रहे हैं ?  

बीजापुर। जिला एवं मातृत्व शिशु अस्पताल में केवल आयरन की ही गोली नहीं हैं बल्कि मरीजों को राज्य सरकार से दी जाने वाली मुफ्त दवाइयों के 250 अलग अलग प्रकार की दवाइयों का स्टॉक पूरी तरह नील हैं, मरीजों का कहना हैं, अस्पताल में डॉक्टरों द्वारा पर्ची में लिखी गई दवाओं में केवल एक-दो दवाइयाँ मिलती है बाक़ी बाहरी मेडिकल स्टोर्स से खरीदना पड़ रहा हैं।

शासन आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने अनेकों प्रकार की योजनाए सुचारू रूप से संचालित कर रहा है जिन में सबसे प्रमुख आयुष्मान योजना हैं लेकिन सरकार की यह योजना बीजापुर के जिला एवं मातृत्व शिशु अस्पताल में आकर दम तोड़ रहीं हैं क्योंकि इलाज तो दूर की बात हैं अस्पताल में 250 तरह की अलग अलग दवाइयो का स्टॉक पूरी तरह से कई महीनो से खत्म हो चुका हैं।

मातृत्व शिशु अस्पताल के ओपीडी में पत्नी तुलसी हेमला उम्र 30 वर्षीय का इलाज कराने आये पति राकेश हेमला को डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवा में केवल तीन दवाई ही मिल पाया, जब उसने बाक़ी दवा मिलने के बारे पूछने पर दवाई काउंटर में मौजूद कर्मचारी नें सरल शब्दों में कहा जिन दवाइयों के नाम के आगे निशान लगा हैं उन्हें बाहर से खरीदना पड़ेगा यह दवाइयों अस्पताल में उपलब्ध नहीं। राकेश से जब स्वदेश की टीम नें चर्चा की तो कहा वह मजदूरी कर अपनी जीविका चलाता हैं ऐसी परिस्थिति में नीचे मेडिकल स्टोर से दवाई खरीदना उसकी क्षमता से बाहर है जो दवाई गोलियां अस्पताल से मिली है बीमार पत्नी को उन्हें दवा गोली का बस सेवन करवाऊंगा। यह केवल एक व्यक्ति की समस्या नहीं हैं बीजापुर के जिला एवं मातृत्व अस्पताल आये हुए अधिकांश मरीजों की शिकायत यही रहती है कि अस्पताल में पूरी दवाइयां नहीं मिलती हैं।

स्वदेश की टीम नें जब अस्पताल में दवा गोलियों की पड़ताल की तो जो जानकारी निकल कर सामने आया वह काफी होश उड़ा देने वाला था क्योंकि राज्य शासन द्वारा सीजी एमएससी के जरिए सप्लाई की जाने वाली दवाइयां में 250 प्रकार की दवाइयां कई महीनो से जिला एवं मातृत्व शिशु अस्पताल में उपलब्ध ही नहीं है। जो दवाइयां मौजूद है उनमें से अधिकांश दवाइयां की एक्सपायरी डेट समाप्त होने को हैं।

सवाल यह है इतनी गंभीर लापरवाही किन के द्वारा बरती जा रही है क्या दवाइयां का लेखा-जोखा रखने वाले दवाई स्टोर इंचार्ज, सिविल सर्जन डॉ. रत्ना राम टेके को दवाइयों के नील होने की जानकारी से अवगत नहीं करा रहे हैं। या फिर प्रदेश के अंतिम छोर का जिला होनें के कारण स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी कोई नहीं लेने वाला है यह सोचकर जिम्मेदार अपने मनमानी कर रहे हैं?

अस्पताल में नील हो चुकी कुछ दवाइयों के नाम

बी.एज़िथ्रोमाइसिन 250 एमजी,बी.एस्कॉर्बिक एसिड 500 एमजी,बी. एसीक्लो. समुद्र। सेराटियोपेप्टिडेज़,बी.सेफिक्साइम 200 एमजी,कैल्शियम और विटामिन डी,सिप्रोफ्लोक्सासिन + टिनिडाज़ोल,एल कार्मिटाइन, कोएंजाइम जिंक, फोलिक एसिड,निफेडिपिन 5 एमजी,निफेडिपिन 10 एमजी,बी. नोरेथोस्टेरॉन 5 एमजी,बी. ओमेप्राज़ोल 20 एमजी,बी. पैंटोप्राजोल 40 एमजी,एबी. पैरासिटामोल 500 एमजी,एपी. प्री प्रोबायोटिक,बी. ट्रैनेक्सामिक एसिड और नेफेनामिक एसिडए,बी. लेवोथायरोक्सिन 25 एमसीजी,एबी. विट. बी. कॉम्प्लेक्स विट बी12,पी. डाइसोडियम हाइड्रोजन साइट्रेट,पी. फेरिक एएमएमओ. साइट्रेट, फोलिक एसिड और विट. बी12,रैन्यूल्स कोलेकैल्सीफेरॉल 60,000 आईयू,चेट ओमेप्राज़ोल पाउडर फॉर ओरल सस्प.,एबी. एसीक्लोफेनाक और पैरासिटामोला सेराटियोपेप्टिडेज़100 एमजी-325एमजी+15 एमजी ,टैब. हायोसाइन ब्यूटिलब्रोमाइड,टैब. आइबुप्रोफेन 200 एमजी टैब,मेफेनामिक एसिड 500 एमजी टैब.,मल्टीविटामिन टैब. मेथिलकोबालामाइन और प्रीगैबलाइन,एबी निफेडिपिन 5 एमजी,एबी. निफेडिपिन 10 एमजीटीएबी,एबी. निफेडिपिन 20 एमजी,एबी.नॉरफ्लोक्सासिन 400 एमआईजी,एबी. लैंसोप्राजोल 15 एमजी,एबी. लेवोथायरोक्सिन 25 एमसीजी,एपी. ओमेप्राज़ोल 20 एमजी,कैप. प्रोजेस्टेरोन 300 एमजी,एबी.पैनोप्राजोल 40 एमजी,एबी.पैरासिटामोल 500 एमजी,एबी. प्रेडनिसोलीन 10 एमजी,एबी. प्रेडनिसोलीन 20 एमजी,एबी. सोडियम वैल्पोरेट 200 एमजी,एबी ट्रैनेक्सामिक एसिड +मेफेनामिक एसिड( 500 एमजी+200,एबी. ट्रिप्सिन और काइमोरल फोर्टे,एबी. टेरबिनाफाइन 250 एमजी,एबी. टॉरसेमाइड और स्पाइरामोलैक्टोन (10+50 एमजी),एबी. विटामिन बी कॉम्प्लेक्स विटामिन बी12 के साथ,एएल ड्रॉप-ऑक्सीमेटाज़ोलिन एचसीएल,पीसीएम +सेट्रिज़ीन+फेनिरामिन एचसीएल,रोप-सिमेथिकोन, रोप-एमोक्सी और पॉट. क्लैव. (80+11.4 एमजी,रुप एमोक्सिसिलिन 125 एमजी120,इरुप अमोक्सी और पॉट क्लेव.156. 25 मिलीग्राम,आरयूपी-एजिथ्रोमाइसिन,रुप-सेफ्पोडोक्साइम प्रोक्सेटिलव,आरयूपी- डाइसोडियम हाइड्रोजन साइट्रेट,आरयूपी रूप सिरप,युरुप-फेरिक एएमएम. साइट्रेट और फोलिक एसिड और विट. 812,RUP-LIVRO,YRUP-मेट्रोनिडाजोल 400 एमजी,YRUP-ओफ़्लॉक्सासिन मेट्रोनिडाज़ोल(50+100 एमजी),YRUP-ओफ़्लॉक्सासिन +ओरनीडाज़ोल रेसेकाडोट्रिल सिरप ,सुक्रालफेट सिरप,सिरप-विट. ए,सिरप-जिंक,INTMENT हेपारिन सोडियम और बेंज़िल निकोटीने,मरहम जेल-कोलिक एसिड,क्लोट्रिमेज़ोल मरहम,ACHET-OMEPRAZOLE पावर फॉर ओरल सस्पेंसिन,पॉवर-नियोम्योन बैसीट्रेसिन,आईसल्फासिटामाइड।

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