शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है – संबित मिश्रा
बीजापुर 03मई 2025/ कलेक्टर संबित मिश्रा के निर्देशानुसार जिले में “स्कूल वेंडे वर्राट पंडूम 2025” अभियान का शुभारंभ किया गया है। इस अभियान का उद्देश्य स्कूल छोड़ चुके और अब तक स्कूल में नामांकित न हुए बच्चों की पहचान कर, उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ना है। सामाजिक-आर्थिक कारणों से शिक्षा से वंचित बच्चों को फिर से स्कूलों में लाना, उनका नामांकन सुनिश्चित करना, तथा उन्हें शैक्षणिक सहायता प्रदान करना इस पहल का मूल उद्देश्य है।
अभियान के तहत आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, शिक्षा दूत, स्व-सहायता समूह की दीदियाँ, और शिक्षकगणों के लिए प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए गए। 1 मई को भैरमगढ़ में लगभग 453 प्रतिभागियों और 2 मई को बीजापुर में लगभग 230 प्रतिभागियों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया। शिक्षार्थ टीम द्वारा आयोजित इन सत्रों में प्रतिभागियों को सर्वेक्षण लेने की प्रक्रिया और उनकी ज़िम्मेदारियों की विस्तृत जानकारी दी गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान जिला शिक्षा अधिकारी लखन लाल धनेलिया और एपीसी ज़ाकिर खान ने प्रतिभागियों को प्रेरित करते हुए कहा कि यह अभियान केवल नामांकन का नहीं, बल्कि बच्चों के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखने का अवसर है। उन्होंने सभी उपस्थितजनों से अपील की कि वे पूरे समर्पण और संवेदनशीलता के साथ इस कार्य को अंजाम दें।आगामी दो दिनों में शिक्षार्थ टीम उसूर और भोपालपट्टनम विकासखंडों में भी इसी प्रकार के प्रशिक्षण सत्र आयोजित करेगी, ताकि यह अभियान जिले के सभी क्षेत्रों में समान रूप से प्रभावी रूप से लागू हो सके।
यह पहल स्थानीय समुदाय को सशक्त बनाते हुए बच्चों के लिए शिक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास है। बीजापुर जैसे ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्र में, जहाँ शैक्षिक पहुंच सीमित है, वहाँ यह अभियान साक्षरता दर बढ़ाने और शिक्षा के अधिकार को साकार करने की दिशा में एक प्रभावी कदम है।जिला प्रशासन और शिक्षार्थ टीम इस अभियान को अधिक प्रभावशाली एवं समावेशी बनाने के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं। यह पहल न केवल बच्चों को एक बेहतर भविष्य की ओर अग्रसर करेगी, बल्कि जिले की समग्र शैक्षिक स्थिति को भी सुदृढ़ बनाएगी।