बीईओ-बीआरसी औऱ अधीक्षक फर्जी पंचनामा में करवा रहे थे हस्ताक्षर, परिजनों ने किया जमकर हंगामा
बीजापुर। उल्टी दस्त से हुई मासूम की मौत को बीईओ, बीआरसी औऱ अधीक्षक 45 हजार पैसा देकर साँप काटने से हुई मौत का कारण बताकर फर्जी पंचनामा बनाकर हस्ताक्षर करवा लिया, क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी ने दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की हैं
मिली जानकारी के अनुसार जिनिप्पा का रहने वाला नीतीश धुर्वा उम्र उम्र 12 वर्ष तीसरी कक्षा का छात्र दुगईगुड़ा पोटा केबिन में रहकर अपनी पढ़ाई कर रहा था बीते 4 दिनों से उसकी तबियत खराब थी औऱ लगातार उल्टी दस्त हो रहा था,बिगड़ती हुई स्वास्थ्य को देखते हुए अधीक्षक भास्कर बोड़के नें बीमार मासूम को अस्पताल भेजनें या ले जाने के बजाये उसे घर भेज दिया जहां उसकी मौत हो गई। आदिवासी मासूम छात्र की मौत पर क्षेत्रीय विधायक विक्रम शाह मंडावी नें अगर जिम्मेदार विभागीय अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
मृतक छात्रा के परिजनों ने बीईओ लक्ष्मी नारायण मारके,बीआरसी तोकल वेंकटेश, पोटा केबिन अधीक्षक भास्कर बोड़के के पर 45 हजार रुपये देकर फर्जी पंचनामा बनवाया जा रहा था जिसमें मासूम छात्र नितीश की मौत को महुआ बिन नें के दौराना साँप काटने से मौत होना दर्ज कर परिजनों से दबाव बनाकर हस्ताक्षर करवा रहे थे तीनों जिम्मेदारो की तिकड़म बाजी को देख परिजनों ने जमकर हंगामा किया इस दौरान आंगन में ही छात्र का शव काफी देर तक रखा रहा। आखरी बीईओ, बीआरसी औऱ अधीक्षक को किस बात का डर हैं जो पंचनामा में छात्र की मौत को सर्फदंश दर्ज करवाया जा रहा था।
गौरतलब हैं की आवापल्ली ब्लॉक अंतर्गत संचालित समस्त पोटा केबिनों का हाल-बेहाल हैं सवाल उठता हैं आखिर क्यों ? जिम्मेदार बीईओ, बीआरसी अपने पदों पर काबिज़ होकर केवल औपचारिकता भर निभा रहे हैं। जिनकी कार्यशाली पर पहले भी कई अंकुश लग चुका है।