क्यों कमी के बाद भी जिला अस्पताल की दवाइयां हो रही है एक्सपायर?

भ्रष्टाचार का मुख्य द्वार नीचे से खुलकर ऊपर तक जाता है 

बीजापुर । पहले कमीशन बंधता हैं फिर कोटेशन या जेम पोर्टल के माध्यम से दवाइयों का टेंडर दिया जाता हैं इस कमीशन के खेल को अंजाम देने वाले खिलाड़ी का दरवाजा नीचे खुलकर ऊपर तक जाता हैं। राज्य में कांग्रेस की सरकार रहने के दौरान जो दवा गोलियां मँगाई गई थी उन्हें जलाने का काम गुप चुप तरीके से जारी हैं, हकीकत आशिकार होने के बाद इसपर पर्दा डालने बीजापुर जिला अस्पताल में दवाइयों का मैंनेजमेंट देखने वाले चार यार पूरे प्रयास में लगे हैं।

ज्ञात हो कि बीजापुर नगर पालिका परिषद के पीछे बने मुक्ति धाम में बड़े पैमाने पर जिला अस्पताल से लाकर सीजी एमएससी द्वारा सप्लाई की गई लाखों की दवाइयों का जला हुआ ढेर पड़ा हुआ हैं। सूत्रों का कहना हैं सरकार बदलते ही दवाइयों का सप्लाई करने वाले ठेकेदार भी बदल रहे हैं इस लिहाज से दिया गया नया ठेका के तहत दवाईयां मंगानी हैं इसी कारण पूर्व की दवाको जला रहे हैं अगर आकलन किया जाये तो जली हुई दवाइयों की क़ीमत लाखों में है। इस संदर्भ में सिविल सर्जन डॉ. रत्ना रामटेके से पूछने पर एक्सपायर हो चुके दवाओं को जलाना बताया, साथ ही उन्हेंने यह भी कहा की अस्पताल में दवाइयों की कमी हैं, जिनका दोनों ही बयान असंतुलन हैं अगर बीजापुर जिला अस्पताल में दवाइयों की कमी हैं तो इतनी मात्रा में दवाई खराब कैसे हो गई, क्या ओपीडी में आये हुए मरीजों को निशुल्क दवाइयों नहीं दी जा रही हैं ? यानी कुल मिलाकर बीजापुर जिला अस्पताल में दवाइयों की खरीदारी पर जमकर भ्रष्टाचार का खुला खेल खेला जा रहा हैं। 

एक कर्मचारी ने नाम नहीं छापने ने की शर्त पर बताया की जिला अस्पताल में दवाइयों का ठेका लेने वाले निजी संस्था संचालकों से खरीदी की गई दवाइयों का बिल भुगतान ट्रेजरी से तभी होता हैं जब उन्हें 10 प्रतिशत कमीशन दिया जाता हैं इसी कमीशन के आधार पर ही अगला कोटेश टेंडर – या जेम पोर्टल के माध्यम से ऑडर दिया जाता हैं। इस खेल को अंजाम देने वाले तक पहुँचने का दरवाजा नीचे से खुलकर सीधे ऊपर तक जाता हैं। इसी तरहा भ्रष्टाचार के खेल को अंजाम देकर अपने आलाधिकारियों की जेब भरकर चार खिलाडी अपनी बेहतरीन परफॉर्मेंस दे रहे है तो इस स्तिथि में उनपर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने के मतलब साफ हैं।

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इस गंभीर घटना पर आम आदमी पार्टी के नेता समीर खान ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होने कहा “बीजापुर में स्वास्थ्य सुविधाओं की बदहाली का स्तर इतना गिर गया है कि जिला अस्पताल में इलाज कराने आये हुए गरीब स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं जो इलाज के लिए दूसरे राज्यों का रुख कर रहे है। “सरकार द्वारा गरीबों के लिए आवंटित की जाने वाली दवाइयों को जलाना जलाना प्रशासन की नाकामी को उजागर करती है।आम आदमी पार्टी ने इस मामले में दोषी अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की जेडी को ज्ञापन सौंपेगा

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दवाईयाँ किन कारणों से जलाया जा रहा हैं इसकी जानकारी जिले के अधिकारियो से लूंगा औऱ निश्चित रूप से इस मामले को संज्ञा में लिया जाएगा

        श्याम बिहारी जायसवाल

           स्वास्थ्य मंत्री {छ.ग.}

gondwananews.com

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