परिजनों नें लगाया डॉक्टर औऱ नर्स पर लापरवाही का आरोप, अस्पताल में कभी नहीं रहते डॉक्टर, नर्स स्टाफ फोन में पूछकर करते है मरीजों का इलाज

बीजापुर। सर्दी से जुकाम से पीड़ित मासूम को डॉक्टर के कहने पर नर्स नें एक के बाद एक पांच इंजेक्शन लगा दिया, परिजन मना करते रहे पर नहीं माने,मासूम की ओवर डोज़ से मौत हो गई, परिजनों नें डॉक्टर एवं स्टाफ नर्स पर लापरवाही पूर्वक इलाज करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है।

नवनिहाल मासूम की मां चांदनी झाड़ी नें बताया की दो तीन दिनों से सूर्यांश को काफ़ी ज्यादा सर्दी हो गया था जिसे डॉक्टर को दिखाने सुबह 8:30 बजे आवापल्ली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे, इस दौरान डॉक्टर उपस्थित नहीं थे जिसे नर्सो नें फोन से सम्पर्क कर जानकारी दी औऱ फोन में ही डॉक्टर से बात करते हुए बच्चे को इंजेक्शन लगाना शुरू कर दिए, जिन्हे बताया की बच्चा अभी डेढ़ -दो माह का है जिसे दूसरा टीका भी नहीं लगा है मगर नर्स हमारी बात सुनने को तैयार ही नही थी उल्टे हमसे ही बहस करते हुआ कहने लगी की डॉक्टर हम हैं या तुम हो फोन पर जिस डॉक्टर से बात कर रही थी उनका नाम हर्ष वर्धन बताई है फिर एक बाद एक पांच इंजेक्शन लगाते गई।
इंजेक्शन लगने के बाद बच्चा खामोश हो गया, दूध पिलाने जैसे उसे उठाई शरीर पूरी तरह ठंडा पड़ गया,बच्चा कोई हरकत नहीं करने की बात बताने पर डॉक्टर को बुलाया, वह भी काफी लेट से पहुंचे औऱ जांच करने के बताया की बच्चे की मौत हो गई है।
मृतक बच्चे के पिता साहिल झाड़ी ने आवापल्ली बीएमओ उमेश सिंग ठाकुर औऱ डॉक्टर, स्टाफ नर्स पर बेहद लापरवाही पूर्वक इलाज करने का आरोप लगाते हुए कहा की आवापल्ली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में उपचार की व्यवस्था बेलगाम है जब भी इलाज के लिए आए कभी कोई डॉक्टर मौजूद नहीं रहता,इलाज की जिम्मेदारी स्टाफ नर्सो के दारोमदार हैं आपात स्थिति में भी मरीज को देखने वाला कोई नहीं, फोन के जरिये डॉक्टर नर्स को जैसे जैसे बताते है वह वैसे इलाज करते है जिसका परिणाम मौत है। जैसा की मेरे बच्चे की जान गई अगर डॉक्टर जांच कर इलाज करता तो शायद हमारा सूर्यांश जीवित रहता, इन्होने लापरवाह डॉक्टर औऱ नर्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है ताकि दुबारा किसी अन्य परिजनों को अपनें बच्चे की जान न गँवानी पड़े।
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उसूर आवापल्ली ब्लॉक में संचालित सभी प्राथमिक एवं समायदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज की व्यवस्थाए अपना दम तोड़ रही है, क्योकि की स्वास्थ्य केंद्रों में डॉक्टर की औऱ नर्स स्टाफ की मौजूदगी बहुत दूर की बात है जहां दवाइयाँ तक उपलब्ध नहीं है, जो दवाई है वह एक्सपायर हो चुकी है अचंभित यह है इसके बाद भी मरीजों को कुछ दवाई यह कह कर दी जाती है अभी काम करेगा।
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मासूम की मौत औऱ अस्पताल के स्टोर रूम में रखे भारी मात्रा में एक्सपायर हो चुकी दावों को रखने के बारे में पूछने पर बीएमओ डॉ.उमेश सिंह ठाकुर नें सीएमओ डॉ.बुधराम पुजारी से पूछने का हवाला देकर मौके से चल दिये।
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बच्चा निमोनिया से ग्रस्त था, शनिवार को परिजन दिखाने आये थे जिन्हे बता गया था बच्चे का ऑक्सीजन लेबल कम है, परिजन पांच इंजेक्शन लगाने की बात कह रहे लेकिन बच्चे को केवल तीन इंजेक्शन, पैरसिटमल औऱ विटामिन का डोज़ दिया गया था, घटना की जानकारी लेने मै खुद आवापल्ली सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जा रहा रहा हूं।
डॉ. बुधराम पुजारी
जिला मुख्य स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी
बीजापुर

