कलेक्टर अनुराग पाण्डेय ने प्रशिक्षण का अवलोकन कर पीएम विश्वकर्मा योजना के बारे में विस्तृत जानकारी लाभार्थियों को दी
बीजापुर 15 फरवरी 2024- पारंपरिक कौशल रखने वाले कारीगर जैसे सुनार, लोहार, नाई और चर्मकार को इस योजना का लाभ मिलेगा। इसी तरह 18 पारंपरिक किसानों को भी इस स्कीम का लाभ मिलेगा। इस योजना के जरिये जहां एक ओर लोगों को खुद का बिजनेस शुरू करने में मदद मिलेगी तो वहीं दूसरी तरफ यह कारीगरों और शिल्पकारों को सहायता मिलेगी। इस योजना की सबसे बड़ी खासियत है कि इसमें लोन दिया जाता है। इस योजना में दो चरण में लोन दिया जा सकता है। पहला लोन 1 लाख रूपये का होता है, वहीं दूसरी चरण में 2 लाख रूपऐ का लोन दिया जाता है। यह लोन 5 फीसदी ब्याज पर दिया जाता है। इस स्कीम में लाभार्थी को लोन के साथ मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
ट्रेनिंग में लाभार्थी को 500 रूपए प्रतिदिन का स्टाइपेंड भी मिलता है। इसके अलावा पीएम विश्वकर्मा सर्टिफिकेट और आईडी कार्ड, बेसिक और एडवांस ट्रेनिंग जैसे स्किल की ट्रेनिंग दी जाती है। टूलकिट के लिए 15 हजार रूपए की राशि दी जाती है और डिजिटल ट्रांजेक्शन के लिए इन्सेंटिव दिया जाता है।
पीएम वश्विकर्मा योजना में कारपेंटर (बढ़ई), नाव बनाने वाले, लोहार, ताला बनाने वाले, सुनार, मिट्टी के बर्तन बनाने वाले (कुम्हार), मूर्तिकार, राजमिस्त्री, मछली का जाल बनाने वाले, टूल किट निर्माता, पत्थर तोड़ने वाले, मोची/ध्जूता कारीगर, टोकरी, चटाई, झाडू बनाने वाले, गुड़िया और अन्य खिलौना निर्माता (पारंपरिक), नाई, माला बनाने वाले, धोबी, दर्जी के कारीगरों को योजना का लाभ मिलता है।
जिला परियोजना लाईवलीहूड कॉलेज बीजापुर में 15 फरवरी 2024 से पीएम विश्वकर्मा योजना अंतर्गत 37 हितग्राहियों को दर्जी के कारीगरों को 05 दिवसीय प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कलेक्टर अनुराग पाण्डेय द्वारा पीएम विश्वकर्मा योजना अंतर्गत संचालित दर्जी प्रशिक्षण का निरीक्षण किया गया। इस दौरान महिलाओं को महिला सशक्तिकरण योजना से मिलने वाले लाभ की चर्चा की गई, उनके कार्य एवं अच्छे भविष्य के लिए प्रोत्साहित किया गया।