जगदलपुर। कोंटा बस्तर के टी आई अजय सोनकर को पत्रकारों के खिलाफ साजिश रचने के जुर्म में जेल भेज दिया गया बड़ा सवाल यह कि क्या एक अदना सा टी आई पत्रकारों के खिलाफ ऐसा भी साजिश रच सकता है जिसके चलते कार में गांजा रखने के आरोप में चार पत्रकार को जेल भेजा गया ऐसी साजिश सिर्फ टी आई अकेले नहीं रच सकता उसके पीछे असली साजिशकर्ता कौन है इस बात से पर्दा उठना जरूरी है । बहरहाल साजिश का भंडाफोड़ होते ही और पुलिस की बदनामी न हो इसलिए कोंटा के टी आई अजय सोनकर के खिलाफ अपराध दर्ज करने के साथ ही उसे जेल भेज दिया गया है ।
पत्रकार,धर्मेन्द्र, बप्पी, मनीष और नीशू पर अवैध गांजा रखने का आरोप मढ़ा फसाने के मामले में पुलिस कप्तान किरन चव्हाण ने कोंटा टीआई अजय सोनकर की इस मामले में संदिग्ध भूमिका की जांच के बाद आरोप सिद्ध होते टीआई के खिलाफ जुर्म दर्ज कर जेल भिजवा दिया है।शाम को सुकमा टीआई शिवानंद तिवारी एसपी किरन चव्हाण ने पत्रकारों के खिलाफ साजिश रचने के मामले में आरोपी कोंटा टीआई अजय सोनकर को पुलिस अभिरक्षा में जेल दाखिल करवाने का निर्देश दिया है। उल्लेखनीय कोंटा टीआई अजय सोनकर पर चार टीवी पत्रकार,धर्मेन्द्र, बप्पी, मनीष और नीशू को फंसाने का आरोप लगा था। इन पत्रकारों को आंध्र प्रदेश पुलिस द्वारा गिरफ्तार करवाया गया था और जांच में सामने आया कि टीआई सोनकर ने ही साजिश के तहत इन पत्रकारों की गाड़ी में गांजा रखवाया था। जिससे उन्हें फसाया जा सके।
यह घटना तब घटी जब चारों पत्रकार रेत खनन मामले की रिपोर्टिंग कर रहे थे। यह क्षेत्र आंध्र प्रदेश की सीमा से सटा हुआ है और यहां रेत माफिया सक्रिय हैं। जिन्हें स्थानीय पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। पत्रकारों की गिरफ्तारी की जानकारी जब उच्चाधिकारियों तक पहुंची, तो इस पर काफी हंगामा हुआ। राज्य के उप मुख्यमंत्री और गृह मंत्री विजय शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश दिए।वही इस मामले में टीआई की भूमिका की जांच का जिम्मा एसपी ने एसडीओपी को सौंपा था। जिसमें टीआई सोनकर की साजिश की पुष्टि होते ही मंगलवार को एफआईआर दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया।