बीजेपी जिलाध्यक्ष खुद को समझ रहा सुप्रीमो, बीजापुर जिले में होनें वाले जो भी शासकीय निर्माण कार्य की जानकारी अधिकारियों को पहले इन्हे बताना होगा
बीजापुर । बीजेपी जिलाध्यक्ष के बिगड़ते बोल, शिक्षा विभाग में होने वाले शासकीय भवनों के निर्माण कार्यो को मेरे इजाजत के बगैर डीईओ नें कैसे आवंटन कर दिया, मैं अध्यक्ष हूं, पार्टी कार्यकर्ताओं नें चुनाव में जीत दिलाया हैं, मेरे अनुसार काम बाँटा जाना था।
प्रदेश में इसबार विधानसभा चुनाव का परिणाम बेहद चौकाने वाला रहा क्यों की 67 सीटों में काबिज़ कॉग्रेस की सरकार धराशाही हो गईं औऱ बीजेपी पुनः सरकार बनाने में कामयाब रहीं, लेकिन सबसे अत्यधिक अचंभित तब हुआ जब नगरीय निकाय, नगर निगम, नगर पालिका एवं पंचायत चुनाव के नतीजे सामने आए जिसमें अधिकांश नगर निगम, नगर पालिका औऱ पंचायतों में जीत का झंडा गाड़ा।
इस चुनाव के बाद प्रदेश आलाकमान नें अपने पार्टी के अंदर बड़ी सर्जरी करते हुए उन पार्टी कार्यकर्ताओं को आगे बढ़ने का मौका दिया जो त्रिस्तरीय चुनाव में जीत के लिए जमीन स्तर पर कमर कसकर मेहनत की उन्हें इनाम के तौर पर मंडल, ब्लॉक एवं जिला स्तर के पदों पर नियुक्त किया। कईयों को जिला अध्यक्ष तक बनाया, जिसमें बीजापुर जिला अध्यक्ष घासीराम नाग भी शामिल हैं। मगर जिला अध्यक्ष बनने के कुछ ही महीनों बाद घासीराम नाग के सिर सत्ता का घमंड इस कदर चढ़ा है जो बाकायदा अपने पद और पावर के नशे में चूर हैं। पार्टी में जीत दिलाने के एवज में सरकारी काम को बांटने का ठेका इन्हें दिया जाना चाहिए, ताकि यह अपने चहेतों को काम दे सके। जिनका कहना हैं जिले में जो भी शासकीय भवन का निर्माण होगा उसकी सूची पहले मुझे देना होगा क्यों की मैं जिलाध्यक्ष हूं। वहीं पत्रकारों के समक्ष दिए बयान का वीडियो प्रदेश में खूब वायरल हो रहा हैं जिसके बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हैं।
वीडियो में जिला अध्यक्ष घासीराम नाग यह कहते हुए देखे जा रहे हैं बीजापुर जिले में जिला शिक्षा अधिकारी लखन लाल धनेलिया नें उन्हें जानकारी दिए बगैर ही सरकारी भवनों का निर्माण का ठेका कैसे दे दिया, जबकी भवनों के निर्माण कार्य के कामो को मेरे द्वारा बाँटा जाना चाहिए, सालों बाद बीजापुर जिले में पंचायत चुनाव में इतनी बड़ी जीत हासिल किये हैं हमारे पार्टी कार्यकर्ताओं नें जो मेहनत की हैं बीजेपी को जीत दिलाया हैं उन्हें क़ोई काम नहीं दिया गया हैं। घांसीराम नाग को यह समझना होगा कि वह पार्टी के जिला अध्यक्ष हैं जिला पंचायत के नहीं। भारतीय जनता पार्टी नए चेहरों को नये तजुर्बे का आकलन करते हुए मौका देती है किंतु घासीराम नाग जैसे लोग की ओछी हरकत पार्टी की छवि को धूमिल करने में कोई कसर नहीं छोड़ते, एकओर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय नागरिकों की समस्याओं को सुनने के लिए सुशासन त्यौहार का आगाज किया हुआ है जहां चौपाल लगाकर आम नागरिकों की समस्याएं सुनी जा रही है इस सुशासन त्यौहार के दौर में जिला अध्यक्ष का अपनी मर्यादा लंघना समझ से परे हैं देखना यह है कि अब पार्टी आलाकमान जिला अध्यक्ष घासीराम नाग की इस हरकत पर क्या एक्शन लेती है?