बीजापुर 09 जुलाई 2025- जिले में अशिक्षितों को शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने और उनकी जीवनशैली में सकारात्मक परिवर्तन लाने के उद्देश्य से “उल्लास साक्षर केंद्र” का दूसरा बैच प्रारंभ किया गया है। यह कार्यशाला 15 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को शिक्षा के प्रति प्रोत्साहित करने और उन्हें साक्षर बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई।
कार्यक्रम का आयोजन कलेक्टर संबित मिश्रा के मार्गदर्शन में किया गया, जिसमें विशेष रूप से आत्मसमर्पित नक्सलियों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने तथा शिक्षा के माध्यम से उनके भविष्य को संवारने पर जोर दिया गया। कार्यशाला में स्वयंसेवी शिक्षक सक्रिय रूप से भाग ले रहे हैं, जो समर्पण भाव से ग्रामीणों को शिक्षित करने के कार्य में जुटे हैं। इस पहल के तहत पढ़ाई के लिए पोस्टर, कॉपी, कलम और स्लेट का वितरण किया गया ताकि इच्छुक शिक्षार्थियों को अध्ययन सामग्री की कोई कमी न हो।
इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी लखन लाल धनेलिया, जिला परियोजना अधिकारी कमल दास झाड़ी, लेखापाल श्रीनिवास, कुमारी स्मृति ठक्कर, उमा शंकर मोरला और मनोज उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य शिक्षा को जन-जन तक पहुँचाना और हर वर्ग को साक्षर बनाकर आत्मनिर्भरता की ओर प्रेरित करना है।