बिलासपुर । श्री सुर्या पुष्पा फाउंडेशन परिवार के द्वारा होली मिलन सुवानी विद्याश्रम जोरा पारा सरकंडा में रखा गया और जिसमें संस्था के सभी मेंबरों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और बुजर्ग माता और पुरुषों के द्वारा होली खेली गई और सभी को रंग लगाकर आशीर्वाद लिया गया
फिर सभी को गुजिया समोसा और केला देकर आशीर्वाद लिया गया श्री सुर्या पुष्पा फाउंडेशन डायरेक्टर गौरव शुक्ला का हमेशा से एक अलग विचार रहा है और विगत 2 सालों से लगातार अलग-अलग कार्य करके समाज को बदलने की कोशिश कर रहे हैं और उनका कहना है की एकता में ताकत है जब वह आए थे तो अकेले थे और आज उनके पूरे छत्तीसगढ़ में 500 से 1000 लोगों के साथ मिलकर निस्वार्थ भाव से कम कर रहे हैं और आगे लोगों को रोजगार मुहिया करना भी उनकी एक जिम्मेदारी है फाउंडेशन इस 2 सालों में 500 से ज्यादा एक्टिविटी कर चुका है अलग-अलग क्षेत्र में और अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ के प्रेसीडेंट डॉ रमेश वैष्णव को बनाया गया ताकि उनके सानिध्य में छत्तीसगढ़ को हेल्थ के क्षेत्र में भी आगे ले जाया जा सके सभी जगह आगे छत्तीसगढ़ में विस्तार करके काम करेंगे महिला सशक्तिकरण पर भी उनका एक अलग विचार है काम करने का और उनके द्वारा नारी शक्ति टीम भी गठित कर दी गई है जिसकी शहरी प्रेसिडेंट अमला राजगीर ग्रामीण प्रेसिडेंट जया साहू है इनके नेतृत्व में महिला टीम गठित करके महिलाओं पर काम किया जा रहा है और आगे स्कूल के बच्चों को गुड टच बेड टच के बारे में भी जानकारी प्रोवाइड करना है
गौरव सर का कहना है कि हम उनके पूरे दुखों को खत्म तो नहीं कर सकते थोड़ा समय उसके साथ रह कर उनके दुखों को कम कर सकते है सभी से अपील है यैसा करे जब आप उनसे आशीर्वाद लेने जाते हैं या इनसे मिलने जाते हैं तो इनको बड़ा सुकून मिलता है क्योंकि बुजुर्ग माता-पिता की सेवा से बढ़कर कोई सेवा नहीं है आप कितने भी तीर्थ और भगवान का पूजा कर लो मगर आपको अपने बुजुर्गों का आशीर्वाद ना मिले तो वह कम है माता-पिता की सेवा की पहला धर्म है और इसी धर्म के साथ यह कार्य कर रहे हैं और एक समाज को संदेश दे रहे हैं जिस तरह से वृद्ध आश्रम लगातार खुल रहे हैं यह बहुत ही चिंता का विषय है क्योंकि बच्चों में संस्कार डालना बहुत जरूरी है ताकि बच्चे इस तरह का कदम उठाने से पहले सोच ले जिनके नाम है छत्तीसगढ़ प्रेसिडेंट डॉक्टर रमेश वैष्णव जया साहू गौरव शुक्ला मेहा राधव साहू डॉ. रमेश वैष्णव, सुनील साहू, नरेन्द्र प्रजापति, रवि यादव , सत्येन्द्र प्रजापति सुवानी के संस्थापक श्याम तिवारी माहावीर बरगाह मौजूद थे।