नियद नेल्लानार योजनार्न्तगत मुदवेंडी में पहुंचा बिजली

सड़क, बिजली, पानी के पहुंच से मुदवेंडी गांव का हो रहा है तेजी से विकास

बीजापुर 11 जून 2025- मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के दृढ़ इच्छा शक्ति और विकास के परिकल्पना बीजापुर में साकार होते नजर आ रहे हैं। वर्षो से माओवाद का दंश झेल रहे गांव अब सुशासन के सूर्योदय से प्रकाशित हो रहे हैं।

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नियद नेल्लानार योजना के तहत तीव्र गति से विकास हो रहा है। सड़क, बिजली, पानी सहित विभिन्न बुनियादि सुविधाएं एवं अद्योसंरचना से सुरक्षा और विश्वास के साथ हो रहे विकास से ग्रामीणों के चेहरे पर मुस्कान दिखाई देने लगा है। ऐसे ही एक गांव मुदवेंडी जो जिला मुख्यालय से 35-40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। जहां कुल 45 परिवार निवास करते हैं, वहां सड़क, शुद्ध पेयजल के बाद अब बिजली पहुंच चुकी है।

माओवाद के दहशत और घनघोर अंधेरे को नियद नेल्लानार और विष्णु के सुशासन से नया सवेरा मिला। बच्चे अब निश्चित होकर स्कूल जा रहे हैं। उनके पढ़ाई-लिखाई सहित ग्रामीणों के दैनिक जीवन में परिवर्तन आ गया है। बिजली के आने से अब अंधेरा मिटा है वहीं रात्रि में भी घरेलू कार्य करने में सुविधा हो रही है।

ग्रामीण हुंरा कुंजाम बताते है कि गांव में वर्षो बाद बिजली पहुंची है जिससे ग्रामीणों को बहुत सुविधा हुई नियद नेल्लानार योजना के तहत गांव में वर्षो से बंद स्कूल का पुनः संचालन हो रहा है जिससे एक पीढ़ी के बाद गांव के बच्चे मुदवेंडी गांव में स्कूल में पढ़ रहे हैं। बिजली, पहुंचने से रात को अब बच्चे आसानी से पढ़ सकते हैं। वहीं रात के अंधेरे में अब सांप, बिच्छू एवं जंगली जानवरों का भय कम हुआ है। इस पहल के लिए हूरा कुंजाम ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया।

इसी तरह लखमा कुंजाम ने बिजली पहुंचने पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि बिजली आने से अब गांव में खुशी का माहौल है।

gondwananews.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

जिले के 78 पुनः संचालित स्कूलों में भी नियमित एवं प्रशिक्षित शिक्षकों की तैनाती से शिक्षा की गुणवत्ता में आएगा व्यापक सुधार

Wed Jun 11 , 2025
युक्तियुक्तकरण के पश्चात जिले में अब एक भी स्कूल शिक्षक विहीन नहीं है बीजापुर 11 जून 2025- छत्तीसगढ़ शासन स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा शालाओं एवं शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया से काउंसलिंग पश्चात 78 शिक्षक विहीन स्कूलों में पदस्थापना कर शिक्षकों की पूर्ति की गई है। जिले में इस पदस्थापना […]

You May Like