शिक्षा के अलख जगाने 14 बंद पड़े स्कूल सहित 16 स्कूलों का शुभारंभ उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा के करकमलो से
बीजापुर 03 जुलाई 2025- जिला स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव में उप मुख्यमंत्री विजय शर्मा ने नौनिहालों का स्वागत कर उन्हें बेहतर भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने दक्ष बीजापुर के मेघावी छात्र छात्राओं को पांच-पांच हजार का चेक वितरण कर उन्हें सम्मानित किया ।
दक्ष बीजापुर में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले संस्थाओं के प्रमुख, उत्कृष्ट विद्यालय, पांचवीं, आठवीं, दसवीं, बारहवीं बोर्ड के टॉपर बच्चों के सम्मानित किया गया। “वेंडे स्कूल दायकाल” अंतर्गत अप्रवेशी और शाला त्यागी बच्चों को वेलकम किट वितरण कर उत्साह वर्धन किया।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री ने जिले में 16 स्थानों पर बंद स्कूलों का पुनः संचालन एवं नए स्कूल का शुभारंभ किया। जिसमें एड़समेटा, तोड़का, सावनार, कोरचोली, नेंड्रा, इतावर, करका, भट्टीगुड़ा जैसे अतिसंवेदनशील इलाकों में 14 बंद स्कूल सहित कुल 16 स्कूल का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर नवोदय विद्यालय के छात्रों सहित समस्त स्कूली बच्चों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि आप पढ़ाई में, खेल में, संस्कारों में आगे बढ़ें। ईश्वर आपको बुद्धिमान बनाए, ताकि आप देश और समाज की सेवा कर सकें।
उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने कहा कि बीजापुर में हो रहा यह व्यापक शाला प्रवेश उत्सव कार्यक्रम दर्शाता है कि यहां परिवर्तन हो रहा है। उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन आसान नहीं है, इसके लिए संघर्ष करना होता है। उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वे बच्चों और पालकों को सही दिशा दिखाएं, स्थानीय समाज को भ्रमों से बाहर निकालें और शिक्षा की रोशनी दूर-दराज के इलाकों तक पहुंचाएं। उन्होंने शिक्षा को शांति स्थापना का मूल आधार बताते हुए कहा कि अगर समाज किसी की बात सबसे पहले सुनता है, तो वो शिक्षकों की होती है। समाज को दिशा देने वाले सबसे प्रभावी व्यक्ति शिक्षक ही होते हैं। अपने उद्बोधन में उपमुख्यमंत्री ने बीजापुर के विकास की संभावनाओं पर भी जोर देते हुए कहा कि बीजापुर के पास अद्भुत क्षमता है, बस उसे उभारने की जरूरत है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय लगातार बीजापुर के विकास को लेकर चिंतित हैं। जब ऊपर से नीचे तक सभी चिंतित हैं, तो बात अवश्य आगे बढ़ेगी। उन्होंने नक्सली हिंसा पर चिंता प्रकट करते हुए कहा कि 13 वर्षीय स्कूली छात्र की हत्या अत्यंत अमानवीय और अस्वीकार्य है। जंगल में हिंसा और मासूमों की हत्या की कोई जगह नहीं है। अब समय आ गया है कि ऐसी घटनाओं पर सामूहिक रूप से विराम लगे। उपमुख्यमंत्री ने सुरक्षा बलों की भूमिका की भी सराहना की और एक घटना का उल्लेख करते हुए बताया कि कैसे एक जवान ने सर्च ऑपरेशन के दौरान भालू के हमले के बावजूद जानवर पर गोली नहीं चलाई क्योंकि उसे आदेश नहीं था। उन्होंने कहा हमारे जवान न केवल सुरक्षा बल हैं, बल्कि मानवता और प्रकृति के प्रति संवेदनशील भी हैं। यही हमारी असली ताकत है। उन्होंने सोशल मीडिया के सकारात्मक उपयोग का आह्वान करते हुए कहा बीजापुर में हो रहे इस बड़े परिवर्तन की खबरें सोशल मीडिया के माध्यम से देश-दुनिया तक पहुंचनी चाहिए। इंस्टाग्राम, फेसबुक जैसे माध्यमों से समाज में अच्छी बातों को फैलाएं। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने उन शिक्षकों और शिक्षा मित्रों का विशेष अभिनंदन किया जो विपरीत परिस्थितियों के बावजूद फिर से गांव-गांव जाकर शिक्षा का दीपक जलाने में जुटे हैं। उन्होंने उपस्थित जनसमूह से आग्रह किया कि ऐसे समर्पित शिक्षकों के लिए जोरदार तालियों से स्वागत करें।
इस अवसर पर जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती जानकी कोरसा ने भी उद्बोधन देकर शिक्षा के महत्व को बताया वहीं छत्तीसगढ़ सरकार एवं केन्द्र शासन के योजनाओं से बीजापुर जिले के निरंतर विकास को साझा किया। कार्यक्रम में जिला पंचायत उपाध्यक्ष पेरे पुलैया सहित जिला पंचायत के सदस्यगण, नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती गीता सोम पुजारी सहित जनप्रतिनिधिगण, पंचायत विभाग के सचिव भीम सिंह, आईजी बस्तर सुंदरराज पी, डीआईजी कमलोचन कश्यप, कलेक्टर संबित मिश्रा, पुलिस अधीक्षक डाॅ. जितेन्द्र यादव, सीईओ जिला पंचायत हेमंत रमेश नंदनवार, डीएफओ रंगानाथा रामाकृष्णा वाय सहित जिला प्रशासन तथा शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।