शराब का कमीशन जा रहा है अधिकारियों की जेब में इसलिये नहीं होती कार्रवाई

बीजापुर। शराब दुकान से कमीशन अधिकारियो को भी देना पड़ता है इसलिये ग्राहकों से पर बोलत की क़ीमत से 20 रूपए अधिक लेना पड़ता है, बीजापुर के शराब दुकान में कार्यरत कर्मचारी यह लूट खुल कर मचा रहे है।
बीजापुर मादिरा दुकान में शराब की बोतलों को पर एमआरपी क़ीमत दर से ग्राहकों से 20 से 50 रूपय जबरन अधिक वसूल रहे है, जिसे लेकर कल मदिरा प्रेमियों में नाराज की देखी गई, जिनका कहना है भैरमगढ़ में संचालित मदिरा दुकान में हंटर बीयर की क़ीमत 200 है मगर बीजापुर शराब दुकान में कर्मचारी 240 में दें रहे है। काउंटर में बैठें कर्मचारी से अधिक दामों में शराब बेचने के बारे पूछें जाने पर ग्राहाकों से लिए अतिरिक्त पैसा लौटने लगा।
सूत्रों का कहना है बीजापुर शराब दुकान में पर बोतल पर एमआरपी दर से अधिक वसूल कर कर्मचारी अपना जेब गर्म कर रहे है यही नहीं,इसमें बकायदा जिला प्रशानिक आलाधिकारियो का कमीशन बँधा हुआ है, जिनका हर माह का पैकेज है जो लाखों रुपये में बंटता है। यही वजह है की शराब दुकान का संचालकन करने वाली रक्षक कंपनी के कर्मचारियों पर मेहरबानी बनी हुई है।
शासकीय शराब दुकान में ही हो रही ब्लैक मार्केटिंग को लेकर आबकारी सहायक आयुक्त चंद्रहास यदु से मुलाक़ात कर जानकारी लेने उनके कार्यालय में पहुंचे जहां मौजूद कर्मचारियों नें साहब के फील्ड में होने की जानकारी दी है तब फोन से संपर्क किया किंतु होने कोई जवाब नहीं दिया।
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राज्य शासन का फरमान है की एक व्यक्ति को तीन लीटर से अधिक शराब नहीं देना है, परन्तु बीजापुर शराब दुकान में तीन या साथ लीटर नहीं बल्कि ब्लैक में कइयों को शराब की बोतलों का पूरा जखीरा ही थमा दिया जा रहा है।
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नाबालि को शराब देने का भी मामला आने के बाद बीजापुर बाल संरक्षण विभाग नें संज्ञान लेकर शराब दुकान के कर्मचारियो के खिलाफ थाने में भी शिकायत दर्ज कराई थी जिसे अधिकारियो नें गंभीर मामले को दबा दिया औऱ न ही जिला कलेक्टर संबित मिश्रा इसकी जांच करा पाये, नतीजा अभी भी शराब दुकान में मनमानी जारी है।
